व्यायाम में नियमितता जरूरी है


जानते सभी हैं कि फिट रहने के लिए वर्कआउट जरूरी है। जो वर्कआउट करते हैं उसका लाभ वे पाते हैं स्ट्रांग मसल्स, चुस्त शरीर, अपनी उम्र से कम लगना, फ्लैट टमी, स्लिम फिगर आदि के रूप में। जो नहीं करते, वे बड़ी तोंद, कमजोर मांसपेशियों और सुस्त शरीर के साथ अपना जीवन ढोते हैं। अब आप फैसला करें कि आप अपना जीवन कैसे जीना चाहते हैं। नियमित व्यायाम के साथ या बिना व्यायाम के। लगातार व्यायाम करना संभवतः सभी के लिए मुमकिन नहीं है पर कुछ बातों को ख्याल में रखकर आप इसे मुमकिन बनाए रख सकते हैं।



आप अपनी सेहत और जरूरत को ध्यान में रखते हुए लक्ष्य बनाएं। सबसे पहले अपने कोलेस्ट्रॉल, शुगर व ब्लड प्रेशर की जांच करवाएं। फिर परिणाम अनुसार अपने व्यायाम के तरीकों को फिक्स करें। डॉक्टर के परामर्श अनुसार अपने व्यायाम के तरीकों को जानें और समय भी पूछें कि मुझे कितना समय व्यायाम में देना है एक सप्ताह में। उसे उसी रूप में बांट कर अपना रूटीन बनाएं। फिर देखें आपका शरीर आपके नियंत्राण में रहेगा।



अगर आप जिम में जाते हैं तो वहां अपना पार्टनर बदलते रहें। शुरूआत अपने किसी खास मित्रा के साथ करें और लक्ष्य निर्धारित करें। अपना लक्ष्य पूरा होने के बाद किसी और पार्टनर को ढूंढें जो आपका उत्साह बढ़ाता रहे और आप से प्रतिस्पर्द्धा करता रहे ताकि आप का नियमित जिम जाकर वर्कआउट करने का मजा बना रहे। अगर आप कोई खेल खेलना पसंद करते हैं जैसे तैराकी, बैडमिंटन, लान टेनिस, टेबल टेनिस आदि तो अपने गु्रप के लोगों के साथ कंपीटिशन करते रहें और नियमित भाग लें ताकि आपको अपना वर्कआउट का लाभ मिलता रहे और खेल में भी आगे बढ़ते रहें।



आपके शरीर में यदि फैट जल्दी जमा होता हो और खर्च कम तो खर्च करने के तरीकों को जानें और फैट जमा न होने दें। अगर आप सही तरीकों से वाकिफ नहीं हैं तो किसी प्रशिक्षक और डाइटीशियन की सहायता ले कर इस प्रक्रिया को आगे बढ़ायें ताकि वजन अधिक न होने पाए।
अपने शरीर पर वाच रखें। आपके शरीर पर सबसे अधिक फैट कहां पर है ध्यान रखें और उस विशेष स्थान के फैट को पहले कम करने का प्रयास करें। अपने फैट को जानने के लिए फैट वाले स्थान पर उंगलियों से पकड़ने का प्रयास करें। कुछ समय के वर्कआउट के बाद फिर से अपने फैट की जांच करें। इस तरह आप अपने फैट की स्थिति का जायजा लेते रह सकते हैं। कुछ व्यायाम आपको पसंद नहीं तो उन्हें अपने पर न थोपें नहीं तो बहुत जल्दी बोर हो जाएंगे और आपकी नियमितता टूट जाएगी। अगर जिम जाकर आपको रोज ट्रेडमिल पर चलना पसंद नहीं तो कुछ और व्यायाम करें। जिम जाना पसंद नहीं तो घर पर योग आसन, प्राणायाम कर सकते हैं या फिर म्यूजिक लागकर डांस वाली एक्सरसाइज कर सकते हैं। कभी कभी पार्क जाकर लंबी सैर का आनंद ले सकते हैं, रस्सी कूद सकते हैं, वजन उठा सकते हैं। जो पसंद हो, वही करें।




प्रयास कर अपने वर्कआउट का प्रोग्राम आप एक माह का पहले तय कर लें, फिर प्रारंभ करें। उसमें व्यायाम करने के तरीकों में विभिन्नता भी रख सकते हैं। जो प्रोग्राम आप लिखित रूप में तैयार करें, उस पर कड़ाई से चलें। तभी लाभ मिलेगा। प्रोग्राम बनाते समय ध्यान रखें सप्ताह में औसत 4 घंटे का समय व्यायाम के लिए अवश्य रखें। 4 घंटे का अर्थ 4 घंटे ही है इससे कम नहीं। व्यायाम घर पर करें या जिम में, अगर म्यूजिक साथ चल रहा हो तो व्यायाम करने का मजा बढ़ जाता है। एक अध्ययन के अनुसार, अगर गाना आपकी पसंद का है तो आप अधिक जोश से व्यायाम कर सकते हैं। इस बात को अनदेखा न करें। अपने पसंद के गानों की सीडी अपने साथ जिम में ले जा सकते हैं। चाहें तो घर पर व्यायाम करते हुए भी सुन सकते हैं।



अपने परिवार वालों से एक मदद मांगें कि व्यायाम करने के एक घंटे के समय में आपको डिस्टर्ब न करें, सहयोग दें। उस समय के काम को स्वयं निबटा लें। उनको समझाएं कि वे आपको सहयोग करे क्योंकि आपके स्वास्थ्य का मामला है। उम्मीद है वे आपको पूरा सहयोग देंगे।