त्वचा का रक्षक एलोवेरा


एलोवेरा का आजकल स्किनकेयर प्रोडक्ट्स में खूब चलन है। इसकी वजह है कि एलोवेरा में 200 बायोलॉजिकल एक्टिव एजेंट्स का मौजूद होना जैसे कि विटामिन, मिनरल्स, अमीनो एसिड, पॉलीसैकेराइड्स, एनजाइम्स, प्लांट स्टीराइड्स, लिग्नीन, सैलेसिलिक एसिड।
इसके अलावा एलोवेरा में जलन उत्पन्न करने वाली चीजों को शांत करने वाला गुण भी है। यह केवल जख्म भरने में ही नहीं बल्कि सूजन कम करने व चोट, जख्मों के दाग-धब्बे मिटाने में भी सक्षम है। सूखी, कटी-फटी, फफोले वाली त्वचा, कीड़े, शीत या गलन से होने वाले घावों और अन्य एलर्जिक रिएक्शन की स्थिति में एलोवेरायुक्त उत्पादों का प्रयोग किया जाता है।
एलोवेरा में सबसे ज्यादा ऐसे कुदरती तत्व होते हैं जो त्वचा की रौनक बढ़ाने में सहायक होते हैं। सूखी, तैलीय व नाजुक त्वचा के लिए एलोवेरा प्रोडक्ट्स ही सबसे बेहतर हैं और त्वचा पर बनी लकीरें हटाने व त्वचा को नम बनाए रखने में सहायक होते हैं।
एलोवेरा प्रोडक्ट्स का प्रयोग हमेशा चेहरा धोने के बाद ही करें। 20 साल की उम्र से इनका प्रयोग शुरू करें। एलोवेरा प्रोडक्ट्स बाजार में लोशन, क्रीम, साबुन, जैल फार्म में उपलब्ध है।

एलोवेरा से मास्चराइजिंग :  
एलोवेरायुक्त मास्चराइजर त्वचा को नरम बनाने में मदद करता है जिससे ऑक्सीजन पोरों तक सीधे पहुंचती है। यह त्वचा की अंदरूनी शक्ति को भी बढ़ाता है। मास्चराइजिंग तत्व मौजूद होने से यह त्वचा को नम तो करता ही है मृत त्वचा को भी हटाता है। जिन मास्चराइजिंग प्रोडक्ट्स में एलोवेरा, विटामिन ई और कोलेजन होते हैं वे स्किन का लचीलापन, कोमलता को बरकरार रखते हैं।




एलोवेरा के फायदे :  -



  • यह सभी तरह की त्वचा के लिए उपयुक्त कुदरती त्वचा रक्षक होता है, जो मुंहासों आदि से त्वचा को सुरक्षित रखता है।

  • यह त्वचा को पसीने से मुक्ति दिलाकर त्वचा को निखारने के साथ शीतल रखता है।

  • त्वचा की नमी को संतुलन तथा रक्त संचरण को तेज करने में सहायक होता है।

  • इसमें मौजूद एंटी ऑक्सीडेंट्स त्वचा में कसाव लाते हैं, इसलिए यह एंटी एजिंग की तरह काम करता है।

  • एलोवेरा की पत्ती से निकले जैल को चर्म रोग, जले, कटे, चोट, घाव आदि पर लगाने से तत्काल फायदा होता है।

  • एलोवेरा को छोटी-सी फुलवारी में भी उगाया जा सकता है। इसके लिए ज्यादा रखरखाव व पानी की भी जरूरत नहीं होती।

  • कब्ज, बवासीर, बुखार आदि के इलाज में भी इसकी अहम भूमिका होती है।

  • यह त्वचा में मौजूद मेलेनिन(गोरी या सांवली त्वचा का एक निर्णायक तत्व) की मात्रा को नियंत्रित करता है और त्वचा पर निखार लाता है।

  • बढ़ती उम्र से त्वचा पर आ रहे बदलाव को रोककर झुर्रियों आदि को भी नियंत्रित करता है।

  • इसमें विटामिन, मिनरल और अन्य पोषक तत्व होते हैं।

  • त्वचा को पिगमेंटेशन (धूप से होने वाले त्वचा संबंधी विकार) से बचाने के लिए एलोवेरा का जैल फायदेमंद होता है।

  • एलोवेरा की पत्तियों से निकला गूदा या जैल बालों की जड़ों और स्कैल्प पर लगाकर हल्के से मलने से बाल झड़ने की समस्या से निजात मिलती है।