सपनों में उड़ान होनी चाहिए : दीपाली खामर



सफलता अपनी कहानी यूँ ही बयाँ नहीं करती है जैसे-जैसे इंसान कठिन परिश्रम करता है वैसे-वैसे सफलता की ओर निरंतर बढ़ता जाता है। इसी प्रकार एक अमिट छाप छोड़ देने वाली शख्सियत का नाम है - दीपाली खामर। जी हाँ आज के इस फैशन युग में, तेजी से बढ़ती कमशिन, नाजुक-सी दिखने वाली मॉडल और मॉडलिंग की दुनिया में अपने मासूम चेहरे को ख्याति दिलातीं नजर आ रहीं हैं दीपाली खामर। हाल ही में हुये एक बहुत बड़े फैशन शौ में आपकी सेहत के वरिष्ठ संपादक गौरव जैन से हुई मुलाकात के दौरान लिये गये संक्षिप्त साक्षात्कार के प्रमुख अंश हम अपने पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।


दीपाली खामर जी सबसे पहले आपसे हमारा सवाल यह है कि आपने अपने कैरियर की शुरूआत कहां से की?
वैसे तो मेरा प्रोफेशन कॉस्मेटोलॉजी है, मैं वीएलसी से सर्टिफाइड कॉस्मेटोलॉजिस्ट हूँ और मेरा एक सुंदर का सैलून भी हैं। कॉलेज की पढ़ाई समाप्त करने के तुरंत बाद ही मैंने ठान लिया था कि मैं एक कॉस्मेटोलॉजिस्ट बनूँगी, और मैंने अपना वो सपना पूरा भी किया। इसके साथ-साथ लास्ट दो वर्षों से मॉडलिंग की दुनिया में अपना कैरियर भी बना रही हूँ।


आपकी प्राथमिक शिक्षा कहां से हुई और आपने किस मोड़ पर अपने जीवन का लक्ष्य तय किया?
मेरी प्राथमिकता शिक्षा अहमदाबाद से हुई है, मैं कॉलेज के समय ही बहुत ही एक्टिव रही हूँ और कॉस्मेटोलॉजिस्ट की पढ़ाई भी की और शादी भी हो गयी। शादी के बाद मैंने अपना शैलून खोला, बच्चे होने के बाद मैंने सोचा कि अपने जीवन में कुछ और नया करना चाहती हूँ, जीवन में आगे बढ़ना चाहती हूँ और मुझे यकीन है कि मैं यह कर भी सकती हूँ, तभी से मैंने मॉडलिंग की दुनिया में जाने का निर्णय लिया।




आपकी सफलता और आज आप जिस मुकाम पर हैं उसने पाने के लिए आपने क्या किया और उसमें मुख्य भूमिका किसकी रही?
आज मैं जिस सफलता के मुकाम पर हूँ उसे हासिल करने के लिए मैंने दिनरात मेहनत और कठिन परिश्रम किया है और इसमें मेरे पति का सबसे बड़ा सहयोग है। तीन बच्चों की माँ होते हुए, इतनी बढ़ी जिम्मेदारी होते हुए, मेरे पति ने मेरा हर हाल में मेरा साथ दिया। ऐसा सपोर्ट सभी शादीशुदा महिलाओं को नसीब नहीं होता है, मेरी मेहनत और मेरे पति की सपोर्ट की वजह से आज मैं यहां पर हूँ।


आज आप जिस मुकाम पर हैं और आज लोग आपको जानते हैं यह देख कर आपको कैसा महसूस होता है?
आज मैं जहाँ पर भी हूँ मुझे अच्छा लगता है, आज मुझे सभी लोग जानते हैं, नये चेहरों की बीच मुझे आसानी से पहचाना जाता है, लोग मुझे देखकर रेस्पेक्ट करते हैं। ऐसा लगता है कि मेरी मेहनत रंग ला रही है।



आपने आज तक अपने जीवन में जो तय किया और उसको पाने के लिए आपने दिन रात मेहनत की क्या अभी वह सपना अधूरा है?
सपनों का कोई अन्त नहीं होता, अगर देखा जाये तो मेरे भी सपने बहुत सारे हैं और बहुत बढ़े भी हैं मगर निरंतर आगे बढ़ना है पर इस मुकाम पर आकर भी मैं बहुत खुश हूँ। जो सपने देखे वो सपने पूरे हुये और आगे भी ईश्वर से यही प्रार्थना है कि मुझे पर अपना आशीर्वाद ऐसे ही बनाये रखें।


आपको आपके परिवार से सबसे ज्यादा सपोर्ट और सहयोग किनसे मिला?
मुझे सबसे ज्यादा सपोर्ट मेरे पति से मिला है, शादी के बाद मैंने मेरे करियर की शुरूआत की है। मेंटली और फाइनेंशियली मेरे पति हमेशा मेरे साथ मेरे साये की तरह रहे।


आपको अभी तक कौन-कौन से सम्मानों से सम्मानित किया जा चुका है?
विनर आॅप मिसेज सोनेरी महाराष्ट्र, मिसेज भारत आईकोन रैम्प वॉक, मिसेज भारत आईकोन टैलेंट, मिसेज अप्सरा, महाराष्ट्र बेस्ट हेयर और काफी जगहों और कार्यक्रमों में मुझे गेस्ट आॅफ आॅनर और एक ज्यूरी के रूप में आमंत्रित भी किया जा चुका है।




आपके जीवन के रोल मॉडल कौन है तथा आप किस फिल्म स्टार की तरह बनना चाहती हैं?
मेरा प्रोफेशन कॉस्मेटोलॉजी है और मैं एक मॉडल भी हूं। मेरी रोल मॉडल हमेशा से वंदना लूथरा जी रही हैं, जिन्होंने लड़कियों को आगे बढ़ाने के लिए बहुत कुछ किया हुआ है और रही बात फिल्म स्टार की तो मैं किसी की तरह नहीं बनना चाहती। मैं खुद अपनी एक जगह बनाना चाहती हूं, मैं मेरे प्रोफेशन को लेकर, शैलून को लेकर और मॉडलिंग फील्ड को लेकर, एक अलग पहचान बनाना चाहती हूँ। हर एक फिल्म स्टार की एक अपनी जगह होती है और वह अपने आप में यूनिक है तो मैं किसी और की तरह नहीं, मैं अपनी एक अलग जगह बनाना चाहती हूं।


अभी तक आपने जितनी भी कार्य किए हैं उनमें से आपके लिए सबसे बेस्ट और सबसे अच्छा कार्य और अनुभव कौन सा रहा?
मैं कॉस्मेटोलॉजी के साथ-साथ, प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के साथ भी जुड़ी हुई हूँ जो नरेंद्र मोदी जी द्वारा आयोजित किया जाता है। वह ब्यूटी कोर्स में, मैं अंडर प्रिविलेज गर्ल को पढ़ाती थी, वह मेरे लिए सबसे गर्व की बात है और दूसरा जब मैं भारत आईकोन पैजेंट चुनी गई थी तो वो एक्सपीरियंस भी बहुत अच्छा रहा।



आप आने वाली पीढ़ी को कोई ऐसा संदेश देना चाहेंगी जिनसे वह प्रेरित हो सके।
आने वाली पीढ़ी को मैं यही कहना चाहूँगी हूं कि कोई भी चीज सीखने के लिए कोई उम्र नहीं देखी जाती, बस सिर्फ सपनों में उड़ान होनी चाहिए और उन्हें पूरा करने का हौसला भी। मैं शादीशुदा महिलाओं को यही कहना चाहूँगी कि अपनी फैमिली को साथ लेकर घर संभालते हुए भी अपनो सपनों को जीयें, हर औरत को अपनी मर्जी से अपनी जिंदगी जीने का हक है। यहां पर मैं स्वामी विवेकानंद जी की एक ही पंक्ति कहूंगी कि - उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य की प्राप्ति ना हो।


तो यें थीं महाराष्ट्र की रहने वाली और मॉडलिंग की दुनिया तेजी से अपना कैरियर और ऊंची उड़ाने भरी वाली खुबसूरत और कमशिन मॉडल दीपाली खामर। आगे भी हम अपनी पारिवारिक पत्रिका आपकी सेहत में खासी हस्तियों को लाकर रूबरू कर, निरंतर प्रकाशित करते रहेंगे।