दोस्ती करने से पहले हाथ को देखें



हाथ हमारे शरीर का महत्त्वपूर्ण अंग हैं। हाथों की रेखाओं और हाथों की बनावट से जीवन की छोटी-बड़ी घटनाओं और व्यक्ति के स्वभाव को जाना जा सकता है। यदि आप किसी से दोस्ती करना चाहते हैं तो उसके हाथों की संरचना को जरूर देखें। उसके हाथों की बनावट को देखकर आप जान सकते हैं कि उस व्यक्ति से दोस्ती हितकर होगी या नुकसानदायक। आप उसके हाथों को देखकर उसकी ओर से होनेवाले खतरों और नुकसान से बच सकते हैं।
किसी से दोस्ती करने से पहले कुछ बातों पर ध्यान अवश्य देना चाहिए। यदि उस व्यक्ति का अंगूठा लंबा है तो वह व्यक्ति उदार हृदय, शांत प्रकृति का तथा बुद्धिमान होता है। वह समय का पाबंद और अनुशासित होता है। यदि उसके हाथ में मस्तिष्क रेखा निर्दोष तथा बुध अंगुली उत्तम हो, हाथ भारी हो तो ऐसे व्यक्तियों में मानवीय गुण भरा होता है।
ऐसे लोग किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते। यदि उस व्यक्ति का अंगूठा पीछे की ओर अधिक झुकता हो तो वह व्यक्ति सभी से प्रेम करने वाला होता है। इसके साथ हृदय रेखा श्रृंखलाकार हो तो इनका जीवन खुली किताब की तरह होता है। ऐसे लोग मन की बात नहीं छिपाते। ऐसे लोग दयालु होते हैं।
अच्छी मस्तिष्क रेखा वाले लोग सहनशील होते हैं। यदि मस्तिष्क रेखा दोषपूर्ण हो तो ऐसे लोग व्यर्थ के झगड़े में पड़ जाते हैं। ऐसे लोगों में सहनशीलता कम होती है। ऐसे लोग सारा काम जल्दीबाजी में करते हैं। ये लोग चाहकर भी किसी का बुरा नहीं कर पाते। केवल कुछ समय के लिए बोल चाल बंद कर देते हैं लेकिन माफी मांगने पर माफ भी कर देते हैं। यदि अंगूठा पीछे की ओर तथा मस्तिष्क रेखा चन्द्रमा पर जा रहा हो तो ऐसे लोग एकांतप्रिय होते हैं। यदि हाथ की सारी अंगुलियां सीधी और नीचे से बराबर हों तो ऐसे व्यक्ति धनी, सरल हृदय और निरंतर उन्नति करने वाले होते हैं।
भारी हाथ वाले लोग अपना और दोस्त का भला करने वाले होते हैं। लंबी अंगुलियां वाले लोग मित्रा के लिए सहायक होते हैं। वे लोग पैसे को ज्यादा महत्त्व नहीं देते। ऐसे लोगों से दोस्ती करना लाभदायक होता है। यदि हाथ की अंगुलियां लंबी हों तथा गुरू बहुत उन्नत हो तो ऐसे लोग आमतौर पर धन के लिए अनैतिक कार्य नहीं करते लेकिन कभी-कभी मोटी रिश्वत लेने में नहीं हिचकते।
अगर अंगुलियां लंबी व पतली हों तथा गुरू उन्नत हो तो ऐसे लोग बहुत अच्छे इंसान होते हैं तथा अन्य रेखाओं के प्रभावशाली होने पर महामानव कहलाते हैं। यदि इनका अंगूठा लंबा है तो ऐसे लोग किसी को नुकसान नहीं पहुंचाते।
हाथ भारी हो, गुलाबी हो तथा बृहस्पति की अंगुली लंबी हो तो ऐसे लोग धार्मिक प्रवृत्ति के होते हैं। यदि हाथ में सभी ग्रह उन्नत हों तो ऐसे लोग कोई अनैतिक कार्य नहीं करते। लम्बे नाखूनां वाले लोग सीधे-साधे होते हैं। ये लोग किसी कार्य में गहरी रूचि होते नहीं लेते। यदि ऐसे लोगों की अंगुलियां सीधी हां तो ऐसे लोग किसी को नुकसान पहुंचाने वाले कार्य नहीं करते। यदि दोनों हाथों में जीवन रेखा गोलाई लिए हो, मस्तिष्क रेखा निर्दोष हो तो ये लोग सबकी मदद करते हैं।
यदि हाथ में शुक्र उन्नत हो तो ऐसे लोग चालाक भी बहुत होते हैं। यदि शनि का क्षेत्रा जीवन रेखा से घिरा हो तो ऐसे लोग लालची और गुस्सैल होते हैं। यदि मंगल से रेखाएं निकलकर जीवन रेखा को काटते हुए मस्तिष्क रेखा पर पहुंच जाएं तथा शनि के नीचे रेखाएं रूक जाएं तो ऐसे लोगों के साथ दोस्ती करने से हानि होती है। ऐसे लोग स्वयं भी हानि उठाते हैं।
यदि जीवन रेखा से मोटी रेखा निकलकर शनि के नीचे मस्तिष्क रेखा पर रूक जाए तो ये अपना नुकसान करवाते हैं तथा जो इनके सम्पर्क में आता है, उसे भी नुकसान उठाना पड़ता है। यदि मस्तिष्क रेखा उत्तम है तो व्यक्ति मतलबी होता है। ऐसे लोग दूसरे को आगे करके अपना काम निकाल लेते हैं और किसी तरह दूसरे से राज़ की बात निकलवा लेने में सफल होते हैं।
यदि इनके हाथ की अंगुलियां छोटी हों, गुरू की अंगुली विशेष रूप से छोटी हो, जीवन रेखा या हृदय रेखा पर कहीं द्वीप हो तो ऐसे लोग पैसे के लिए दूसरों को धोखा देने वाले होते हैं। अगर मस्तिष्क रेखा उत्तम हो, जीवन रेखा दोषपूर्ण या टूटी हो तथा शुक्र को घेरती हो, हृदय रेखा दोषपूर्ण हो तो ऐसे लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए क्योंकि ऐसे लोग गलत कार्य करने के लिए दूसरे को माध्यम बनाते हैं।